हम गौ सेवा कैसे करें..? , कई लोगों के मन में
यह सवाल रहता है ,
इसकेलिए यह जानना जरुरी है की हम
गौ सेवा निम्न प्रकार से कर सकते है :-
1.) अपने या अपने परिवारजनों के जन्मदिन
पर, पूर्वजों की स्मृति में ,
स्वजनों की पुण्यतिथि पर गौशाला दर्शन
करके गौ सेवा करें ।
2.) गौ माता पर हो रहे
अत्याचारों को रोकने में अपना सहयोग
प्रदान करें ।
3.) ऐसी वास्तु इस्तेमाल करने से बचें
जिसको बनाने हेतु गौ को कष्ट व
पीढ़ा पहुंचाई गयी हो ।
4.) निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु कुछ लोग
गौ हत्या करते हैं ऐसा होने से रोकें ।
5.) रोज अपनी कमाई का कुछ अंश
गौ माता के लिए निकालें व इसे
गौ माता के लिए ही खर्च करें, जैसे
हरा चारा , आदि खरीद के गौ को दे सकते
हैं, या किसी गौशाला में जाकर भी इस
राशी को दान कर सकते हैं।
6.) अपने घर में छोटे बच्चों को भी ये सिख दें
कि वो अपनी पॉकेट मनी (जेब खर्च ) में से
कुछ पैसा बचा के गौ माता के लिए निकालें ,
उन्हें भी गौ माता का महत्व समझाएं ।
7.) घर में गौ ग्रास जरुर निकालें ।
8.) हरी सब्जी जैसे पालक , मैथी, सरसों ,
बथुआ , चौलाई, मटर , हरा चना,
इत्यादि का उपयोग करने के उपरांत
जो हरा चारा निकलता है उसे कूड़ा दान में
न डालते हुए गौ माता को खिलाएं ।
9.) गौएँ बेचीं ही इसीलिए जाती है
क्यूंकि वे बूढी होने के बाद दूध देना बंद कर
देती हैं, और किसान या गौपालक को उसे
खिलाना पिलाना तथा पालना बोझ
सा लगता है, उन्हें उन गौओं को बेचने
की जगह किसी गौशाला में छोड़ने के सलाह
दे जिससे गौ बाख सके। और इसलिए
किसी गौशाला में जाकर गौ के खाने
का प्रबंध कर दें और अन्य
लोगों को भी इसकी सलाह देकर उन्हें
भी इस कार्य से जोड़ें ताकि पैसों के खातिर
कोई भी गौ को कसाई को न बेचे।
ऐसा करके देखें, ऐसा करने से न केवल
गौ माता की सेवा तथा रक्षा होगी बल्कि
सुख तथा शांति भी प्राप्त होगा ।
धन्यवाद ....!
यह सवाल रहता है ,
इसकेलिए यह जानना जरुरी है की हम
गौ सेवा निम्न प्रकार से कर सकते है :-
1.) अपने या अपने परिवारजनों के जन्मदिन
पर, पूर्वजों की स्मृति में ,
स्वजनों की पुण्यतिथि पर गौशाला दर्शन
करके गौ सेवा करें ।
2.) गौ माता पर हो रहे
अत्याचारों को रोकने में अपना सहयोग
प्रदान करें ।
3.) ऐसी वास्तु इस्तेमाल करने से बचें
जिसको बनाने हेतु गौ को कष्ट व
पीढ़ा पहुंचाई गयी हो ।
4.) निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु कुछ लोग
गौ हत्या करते हैं ऐसा होने से रोकें ।
5.) रोज अपनी कमाई का कुछ अंश
गौ माता के लिए निकालें व इसे
गौ माता के लिए ही खर्च करें, जैसे
हरा चारा , आदि खरीद के गौ को दे सकते
हैं, या किसी गौशाला में जाकर भी इस
राशी को दान कर सकते हैं।
6.) अपने घर में छोटे बच्चों को भी ये सिख दें
कि वो अपनी पॉकेट मनी (जेब खर्च ) में से
कुछ पैसा बचा के गौ माता के लिए निकालें ,
उन्हें भी गौ माता का महत्व समझाएं ।
7.) घर में गौ ग्रास जरुर निकालें ।
8.) हरी सब्जी जैसे पालक , मैथी, सरसों ,
बथुआ , चौलाई, मटर , हरा चना,
इत्यादि का उपयोग करने के उपरांत
जो हरा चारा निकलता है उसे कूड़ा दान में
न डालते हुए गौ माता को खिलाएं ।
9.) गौएँ बेचीं ही इसीलिए जाती है
क्यूंकि वे बूढी होने के बाद दूध देना बंद कर
देती हैं, और किसान या गौपालक को उसे
खिलाना पिलाना तथा पालना बोझ
सा लगता है, उन्हें उन गौओं को बेचने
की जगह किसी गौशाला में छोड़ने के सलाह
दे जिससे गौ बाख सके। और इसलिए
किसी गौशाला में जाकर गौ के खाने
का प्रबंध कर दें और अन्य
लोगों को भी इसकी सलाह देकर उन्हें
भी इस कार्य से जोड़ें ताकि पैसों के खातिर
कोई भी गौ को कसाई को न बेचे।
ऐसा करके देखें, ऐसा करने से न केवल
गौ माता की सेवा तथा रक्षा होगी बल्कि
सुख तथा शांति भी प्राप्त होगा ।
धन्यवाद ....!
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